झारखण्ड अधिबिध परिषद्: एक परिचय

झारखण्ड राज्य 15 नवम्बर, 2000 को अपने अस्तित्व में आया। झारखण्ड विधान सभा द्वारा एक अधिनियम पारित कर ‘‘झारखण्ड अधिविद्य परिषद्‘‘ का गठन किया गया और उक्त अधिनियम को महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा दिनांक 26.02.2003 को स्वीकृत किया गया। राज्य सरकार द्वारा दिनांक 04.03.2003 को इसे अधिसूचित किया गया, और इस प्रकार, इस विधेयक का नाम पड़ा- ‘‘झारखण्ड अधिविद्य परिषद् अधिनियम, 2002. झारखण्ड सरकार के मानव संसाधन विकास विभाग के ज्ञापांक संख्या 6ध्टव.101ध्012491 दिनांक 02.09.2003 के द्वारा इस तरह व्यावहारिक तौर पर झारखण्ड अधिविद्य परिषद् का गठन पूर्ण हुआ।

परिषद् के अधिकारीगण एवं माननीय सदस्यों की सूची निम्न प्रकार से हैः-



Sl. No. Name Designation
1.

डा0 अरविन्द प्रसाद सिंह

अध्यक्ष
2.

श्री फूलसिंह

उपाध्यक्ष
3.

डा0 मनीष रंजन

निदेशक, माध्यमिक षिक्षा जे0एस0सी0ई0आर0टी0
4.

श्री स्टीफन मराण्डी

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
5.

श्री अनंत कुमार ओझा

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
6.

श्री नवीन कुमार जायसवाल

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
7.

श्री अजय कुमार गुप्ता

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
8.

डा0 प्रसाद पासवान

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
9.

डा0 नाथू गाड़ी

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
10.

डा0 हरमिंदर वीर सिंह

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
11.

श्री रामवतार प्रसाद केषरी

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
12.

डा0 पुष्कर बाला

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
13.

श्री यमुना गिरि

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
14.

श्री संजीत कुमार मिश्रा

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
15.

डा0 बासुकी यादव

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
16.

मो0 एजाज अहमद

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
17.

डा0 दीपचंद राम कष्यप

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
18.

श्री उमा शंकर शर्मा

सदस्य, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
19.

श्री रजनी कान्त वर्मा

सचिव, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
20.

श्री सच्चिदानंद डी0 तिग्गा

सं॰ सचिव, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
21.

श्री राजेष कुमार

वित्त पदा॰, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
22.

श्री सत्यजीत कुमार सिंह

परीक्षा नियंत्रक, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
23.

डा0 प्रषांत पाण्डेय

शैक्षिक पदा॰, झारखण्ड अधिविद्य परिषद
24.

श्री यूजीन मिंज

उप सचिव, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
25.

श्री षिवचरण मराण्डी

वि॰का॰पदा॰, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्
27.

श्री अष्विनी कुमार यादव

विशेष कार्य पदा॰, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्, क्षेत्रीय कार्यालय, दुमका


अब तक के पदस्थापित अध्यक्षों एवं सचिवों की सूची:-


अध्यक्ष सचिव
Sl No Name Period Sl No Name Period
1 डा0 शालीग्राम यादव 03.09.2003 से 01.09.2009 1 श्रीमती आभा कुसूम तिर्की 26.06.2004 से 19.06.2005
2 श्री अब्दुल सुभान 02.09.2009 से 06.09.2009 2 श्री चन्द्र कान्त त्रिपाठी 20.06.2005 से 02.01.2007
3 श्रीमती लक्ष्मी सिंह 07.09.2009 से 07.09.2012 3 श्री पोलीकार्प तिर्की 03.01.2007 से 22.10.2009
4 डा0 आनंद भूषण 08.09.2012 से 07.09.2015 4 श्री यमुना गिरि 23.10.2009 से 04.01.2012
5 डा0 अरविन्द प्रसाद सिंह 15.09.2015 से अबतक 5 श्री सुषील कुमार राय 05.01.2012 से 03.07.2014
6 श्री मोहन चाँद मुकिम 04.07.2014 से 04.07.2016
7 श्री रजनी कांत वर्मा 05.07.2016 – से अबतक


झारखण्ड अधिविद्य परिषद् का गठन इंटर, माध्यमिक और मदरसा की परीक्षाओं के संचालन हेतु किया गया। मदरसा की श्रेणी में वास्तानियाँ से लेकर फाजिल तक की परीक्षाओं का संचालन अधिविद्य परिषद् के जिम्मे हैं। उपरोक्त परीक्षाओं हेतु पाठ्यक्रम का निर्धारण भी झारखण्ड अधिविद्य परिषद् के स्तर से ही किये जाने का प्रावधान है।

इसके अतिरिक्त इंटर महाविद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों की मान्यता के संदर्भ में अधिविद्य परिषद् सरकार से अनुषंसा भी करती है। इसके अलावे वैसे परीक्षाओं का संचालन भी परिषद् के माध्यम से किया जाना तय है जो कि समय-समय पर राज्य सरकार के आदेषानुसार ली जानी है।

नये विद्यालयों एवं इंटर काॅलेजों को खोलने के लिए भी झारखण्ड अधिविद्य परिषद् अपनी स्वीकृति देता है। ऐसे विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की मान्यता देने हेतु भी झारखण्ड अधिविद्य परिषद् राज्य सरकार से अनुषंसा करता है। मदरसा और संस्कृत विद्यालयों की मान्यता हेतु भी राज्य सरकार से अनुषंसा अधिविद्य परिषद् द्वारा ही किया जाता है।

झारखण्ड अधिविद्य परिषद् के गठन के साथ ही निम्नलिखित अधिनियम विलोपित (झारखण्ड राज्य के संदर्भ में) माने जायेंगे।

1. बिहार इंटरमीडिएट षिक्षा परिषद्, अधिनियम, 1992
2. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अधिनियम, 1952 (अब झारखण्ड माध्यमिक षिक्षा बोर्ड, अधिनियम, 2000)
3. बिहार संस्कृत षिक्षा बोर्ड अधिनियम, 1981
4. बिहार बोर्ड के मदरसा षिक्षा बोर्ड अधिनियम, 1981

झारखण्ड अधिविद्य परिषद् का शुरूआती कार्यालय एक किराये के भवन में रामेष्वरम, राँची में रहा। इसी भवन में पूर्व में झारखण्ड इंटरमीडिएट परिषद् का कार्यालय था। दिनांक 03.09.2003 से उक्त किराये के भवन से ही झारखण्ड अधिविद्य परिषद् ने अपना कार्य करना शुरू किया।

वहीं माध्यमिक ईकाई का कार्यालय स्थानीय जिला स्कूल के प्रांगण में हुआ करता था। इसके बाद बिरसाडीह क्लब, हवाईनगर, राँची के एक हिस्से में किराये के भवन में झारखण्ड अधिविद्य परिषद् का अस्थायी कार्यालय कुछ दिनों तक चला।

झारखण्ड अधिविद्य परिषद् के भवन का उद्घाटन दिनांक 13.12.2003 को तत्कालीन मुख्यमंत्री माननीय श्री अर्जुन मुण्डा जी के करकमलों द्वारा हुआ। उक्त समारोह में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री, श्री पशुपति नाथ सिंह भी उपस्थित थे।

राज्य सरकार के कुषल नेतृत्व में तब से लेकर अबतक अनवरत् माध्यमिक, इंटरमीडिएट, संस्कृत (मध्यमा) एवं मदरसा आदि की षिक्षा एक केन्द्रीयकृत संस्था (झारखण्ड अधिविद्य परिषद्) के अधीन सुचारू एवं सफल रूप से एकीकृत रूप में चल रही है। विकास का अगला पायदान हमने तब छुआ जब केन्द्रीय माध्यमिक षिक्षा बोर्ड ;ब्ठैम्द्ध के पाठ्यक्रम प्राथमिक से लेकर इंटरमीडिएट तक के स्तर पर लागू कर दिये गये। परिणामतः हमारे छात्र-छात्राओं को भी मुख्यधारा से जुड़ने का मौका मिला और वे भी ‘‘राष्ट्रीय षिक्षा नीति‘‘ से सीधे तौर पर लाभ ले पाये। केन्द्रीय माध्यमिक षिक्षा बोर्ड ;ब्ठैम्द्ध ने जैक द्वारा संचालित सभी परीक्षाओं को मान्यता प्रदान की है। यहाँ तक कि ब्व्ठैम् ने भी जैक द्वारा संचालित समस्त परीक्षाओं को मान्यता दी है। फलतः भारत के अन्य शैक्षणिक बोर्डों एवं परिषदों द्वारा भी जैक द्वारा संचालित परीक्षाओं को मान्यता दी गई है/दी जाती है।

केन्द्रीय माध्यमिक षिक्षा बोर्ड ;ब्ठैम्द्ध द्वारा लागू पाठ्यक्रमों को सुलभ, सुपाच्य और ग्राह्य बनाने में षिक्षकों के मार्गदर्षन हेतु झारखण्ड अधिविद्य परिषद् के शैक्षणिक विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 से शैक्षिक सेमिनारों, संगोष्ठियों एवं कार्यषालाओं की शुरूआत की गई है।

[footerp]